अगर आप निवेश का विकल्प तलाश रहे है। और सुरक्षित निवेश के साथ साथ अच्छा ब्याज भी चाहहते है तो पोस्ट ऑफिस स्कीम बेहतर विकल्प हो सकता है। पोस्ट ऑफिस की दो स्कीम काफी बेहतर ब्याज दर अभी के समय दे रही है। इसमें एक तो सीनियर सिटिज़न सेविंग स्कीम शामिल है और दूसरी सुकन्या समृद्धि स्कीम शामिल है। जो की पोस्ट ऑफिस की सर्वाधिक ब्याज वाली स्कीम है। SSY स्कीम में आप अपनी बेटी के सुरक्षित भविष्य के लिए निवेश कर सकते है। और SCSS स्कीम में आप अपने रिटायरमेंट की प्लानिंग कर सकते है। इसमें बुढ़ापे में अच्छी राशि आप जोड़ सकते है।
SCSS स्कीम
सीनियर सिटिज़न सेविंग स्कीम में फ़िलहाल पोस्ट ऑफिस की तरफ से 8.2 फीसदी के हिसाब से ब्याज दर लागु है। इस स्कीम में न्यूनतम निवेश सीमा 1000 रु से शुरू होती है। और इसमें आप अधिकतम 30 लाख रु तक का निवेश कर सकते है। पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटिज़न सेविंग स्कीम में 60 साल से ऊपर एवं जो गवर्नमेंट सिविलियन रिटायर्ड कर्मचारी है वो 55 से 60 साल के दौरान निवेश की सुविधा ले सकते है। इसके साथ ही जो डिफेंस रिटायर्ड कर्मचारी है वो 50 से 60 साल की उम्र में निवेश कर सकते है। इस स्कीम में 1000 रु के मल्टीपल के रूप में निवेश की सुविधा मिलती है। इसमें मेचोरिटी अवधि 5 साल की होती है। मेचोरिटी के बाद ३ साल के िये इसको आगे बढ़ाया जा सकता है।
सुकन्या समृद्धि स्कीम
देश की सबसे लोकप्रिय स्कीम में शामिल सुकन्या समृद्धि स्कीम में 8.2 फीसदी की ब्याज दर लागु है। जो की वर्तमान ब्याज दर लागु है। इसमें बदलाव होते रहते है। आप इस योजना के तहत 10 साल से कम आयु की बेटी का अकॉउंट खुलवा सकते है। इस स्कीम में प्रति परिवार अधिकतम 2 बेटियों को इस योजना का लाभ दिया जा सकता है। न्यूनतम निवेश 250 रु सालाना और अधिकतम 150000 रु सालाना अधिकतम का निवेश इस स्कीम में लागु है। इसके साथ ही इस स्कीम में आपको इनकम टेक्स एक्ट 80c के तहत आयकर में भी छूट मिलती है। इसमें मेचोरिटी 21 वर्ष होती है। लेकिन 18 वर्ष की अवधि पर इसमें निकासी की सुविधा दी जाती है। बेटी के सुरक्षित भविष्य के लिए इस योजना में निवेश काफी बेहतर विकल्प है। देश में करोड़ो बेटियो के नाम इस योजना के तहत फ़िलहाल निवेश किया जा चूका है।
पोस्ट ऑफिस स्कीम बेहतर क्यों है।
पोस्ट ऑफिस स्कीम में अन्य मार्किट स्कीम की तरह रिस्क काफी कम होता है। क्योकि ये बाजार के उतार चढ़ाव से सम्बंधित नहीं है। बाजार में चल रहे म्यूच्यूअल फण्ड एवं अन्य स्कीम में बाजार के उतार चढ़ाव का असर होता है। जबकि पोस्ट ऑफिस स्कीम में ऐसा सिस्टम नहीं होता है। इसके साथ ही केंद्र सरकार की तरफ से पोस्ट ऑफिस स्कीम नियंत्रित होती है। इसमें रिस्क काफी कम होता है। ब्याज दर भी पोस्ट ऑफिस स्कीम में बेहतर मिलती है। लोगो का भरोसा भी पोस्ट ऑफिस स्कीम में काफी अधिक है। प्रीमियम भुगतान में लचीलापन भी पोस्ट ऑफिस स्कीम को ख़ास बनाता है।