EPFO Advance Money – प्रोविडेंट फंड (PF) कामकाजी लोगों के लिए बचत का जरिया है। उनकी बेसिक सैलरी (Basic Salary) का एक हिस्सा पीएफ फंड (EPF Fund) में जमा होता है और इस रकम पर हर साल सरकार को ब्याज (Intrest) भी मिलता है। सरकार ने चालू वित्त वर्ष के लिए पीएफ जमा पर ब्याज दर में बढ़ोतरी की है। वित्त वर्ष 2022-23 में अब पीएफ खाताधारक (PF Account Holder) को 8.15 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा. ईपीएफओ(EPFO) ने मार्च में 2021-22 के लिए ईपीएफ पर ब्याज बढ़ाकर 8.1 फीसदी कर दिया था। पीएफ खाताधारक (PF Account Holder) जरूरत पड़ने पर अपने खाते में जमा पैसे को आसानी से निकाल सकते हैं। ईपीएफओ सदस्य अपनी शादी के लिए फंड से एडवांस (Advance Money) भी निकाल सकते हैं।
ईपीएफओ (EPFO) के मुताबिक सदस्य अपनी शादी के लिए पीएफ का पैसा एडवांस में निकाल सकते हैं। इसके अलावा सदस्य अपने बेटे और बेटी की शादी के लिए एडवांस में पैसा निकाल सकता है। साथ ही अपने भाई और बहन की शादी (Marriage) के लिए पीएफ फंड से अग्रिम निकासी की अनुमति है। सदस्य अपनी निधि से जमा राशि का 50 प्रतिशत ब्याज सहित निकाल सकते हैं। लेकिन इसके लिए शर्त है कि भविष्य निधि (Employee Provident Fund) की सदस्यता सात साल के लिए होनी चाहिए।
कितनी बार निकासी की जा सकती है?
EPFO Advance Money – पीएफ खाताधारकों (EPF Account Holder) को यह भी ध्यान रखना होगा कि वे शादी और पढ़ाई के लिए तीन बार से ज्यादा एडवांस नहीं निकाल सकते हैं। आप घर बैठे आसानी से पीएफ का पैसा (EPF Money) निकाल सकते हैं। ईपीएफओ (EPFO) के मुताबिक आप महज 72 घंटे में ऑनलाइन पैसा निकाल सकते हैं। इसकी ऑनलाइन प्रक्रिया बेहद आसान है। ऑनलाइन पैसे निकालने के लिए आपके पास आधार कार्ड से जुड़ा पीएफ खाता (EPF Account Linked with Aadhar Card) होना चाहिए। इसके साथ ही यूएएन नंबर (UAN Number) भी एक्टिवेट होना चाहिए।
कितना कटता है ईपीएफ?
EPFO Advance Money – किसी भी कर्मचारी की बेसिक सैलरी का 12 फीसदी EPF Account में जाता है. कर्मचारी के वेतन से नियोक्ता (Employeer) द्वारा की गई कटौती का 8.33 प्रतिशत ईपीएस (Employee Pention Scheme) और 3.67 प्रतिशत ईपीएफ में योगदान होता है। आप घर बैठे आसानी से अपने पीएफ खाते (EPF Account) का मौजूदा बैलेंस चेक कर सकते हैं। इसके लिए कई विकल्प हैं। यह आप उमंग ऐप, वेबसाइट या अपने मोबाइल फोन से एसएमएस (SMS) भेजकर जान सकते हैं। देशभर में करीब 6.5 करोड़ ईपीएफओ (EPFO) सब्सक्राइबर्स हैं।