रेशम उत्पादन पर मिलने वाली सब्सिडी में 200 लोगो ने फर्जी तरीके से घोटाला मार दिया है रेशम उत्पादन के नाम पर करोड़ो रु की राशि डकार चुके है
ये लोग जियो टैगिंग के माध्यम से इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है यूपी में रेशम की सब्सिडी से रेशम की खेती करने के बजाय लोगो ने कोठीया बना ली है घर बना लिए है
अब रेशम विभाग को हाईटेक किया गया है ताकि वास्तविक किसानो को इसका लाभ मिल सकते है वही पर रेशम की खेती के लिए जरुरी उपकरण में भी शिकायते आई है जिसकी जाँच चल रही है
- बहराइच के राम प्रशाद ने गेहू के खेत्त में रेशम उत्पादन दिखा दिया
- वही पर बस्ती के पास संतोष कुमारी के नाम पर सब्सिडी लेकर पैसा हजम कर लिया
- गोंडा में नारायणपुर में देवीदीन ने खाली मैदान में ही शहतूत के पौधे लगा दिए
- गोंडा के लक्खा बौंदी निवासी राम जानकी ने रेशम उत्पादन के बजाय घर की पहली मंजिल बनवा ली।
इतनी मिलती है सब्सिडी
रेशम उत्पादन के लिए सरकार की तरफ से शहतूत के पोधो और अन्य कार्य के लिए 3.30 लाख रु की सब्सिडी जारी की जाती है इसमें करीब 30 हजार रु की टूल किट शामिल होती है अभी जाँच में खुलासा हुआ है की 200 लोग ऐसे है जिन्होंने रेशम की खेती किये बिना ही सब्सिडी की राशि को डकार लिया है फर्जीवाड़ा खत्म करने के लिए विभाग की तरफ से नई वेबसाइट बनाई गई है जियो टैगिंग यानी जियो रिफरेंसिंग की मदद से इस प्रकार के फर्जीवाड़े रोकने के लिए मदद ली जा रही है
अब ऐसे मिलेगी सब्सिडी
- रेशम सब्सिडी पंजीकरण के समय एक ओटीपी लाभार्थी के पास जायेगा इसको सत्यापन करना होगा
- इसके बाद शहतूत के पौधे लगाने के बाद फोटो खींचकर जियो टैगिंग होगी और फिर सैंपलिंग का पैसा जारी होगा
- इसके बाद किसान भवन की जमीन पर खड़ा होकर फोटो खींचकर जियो टैगिंग करेगा इसके बाद भवन का पैसा जारी होगा
- फिर भवन की नीव की फोटो के साथ जियो टैगिंग होगी तब अगली क़िस्त की राशि जारी होगी
- इसके बाद भवन पर लैंटर डालने के बाद फोटो और जियो टैगिंग होगी तब अगली क़िस्त मिलेगी
- इसके बाद भवन पूर्ण होने के बाद फोटो और जियो टैगिंग होगी तब अगली क़िस्त की राशि जारी होगी और हर बार लोकेशन सौ
- मीटर के दायरे में होनी चाहिएइसके बाद टूल किट जारी की जाएगी और इसका GST के साथ बिल लिया जायेगा
इतनी खपत होती है रेशम की
बनारस में रेशम की खपत 3000 टन के लगभग है कर्णाटक उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा रेशम सप्लायर है इसके साथ ही अन्य देशो से भी रेशम का आयात होता है इसमें ताइवान और दक्षिण कोरिया शामिल है