आप सभी जानते है की बजरंग बली हनुमान जी का ही नाम है लेकिन उनके दोनों ही नाम में अंतर क्या है आज वो जानेगे दोनों के बीच क्या है ऐसा जो दोनों को अलग बनाता है आओ जानते है विस्तार से
हनुमान जी के बारे में जानते है
हनुमान जी का हनुमान नाम होने के पीछे भी एक कारण है बचपन में हनुमान जी सूर्य को फल समझकर खाने चले थे और इंद्रदेव ने उनको रोकने का प्रयास किया गया था लेकिन बालहठ की वजह से हनुमान के नहीं रुकने पर इंद्रदेव ने वज्र प्रहार उनकी ठुड्डी पर किया था जिससे उनके ठुड्डी टूट गई और ठुड्डी को हनु कहते है इसलिए उनका नाम हनुमान हुआ
बजरंगबली के बारे में
वैसे तो हनुमान और बजरंगबली एक ही है लेकिन इसके पीछे नाम की महिमा अलग है बजरंगबली असल में वज्रंगबली है हनुमान जी के पास समस्त देवी देवताओ की शक्ति है इंद्रदेव ने उनको वज्र की शक्ति प्रदान की है इसलिए उनको बजरंग बली कहा जाता है उनका शरीर वज्र के समान है
हनुमान नाम के पीछे कथा
हनुमान जी का नाम हनुमान होने के पीछे भी एक कथा है। एक बार हनुमान जी को जोर की भूख लगी होती है उन्होंने बाहर एक लाल फल देखा जो की सूर्य था और सुबह के समय लाल रंग का दिखाई दे रहा था तो हनुमान जी ने उसको फल समझा और खाने के लिए निकल पड़े और उस दिन अमावस्या थी और सूर्य को राहु का ग्रहण लगना था लेकिन ग्रहण लगने से पहले ही सूर्य को हनुमान जी ने निगल लिया था और राहु ग्रहण को पूर्ण नहीं कर पा रहे थे ऐसे में राहु ने इंद्रदेव से मदद मांगी और इंद्रदेव ने हनुमान जी से बार बार आग्रह किया की वो सूर्य देव को छोड़ दे लेकिन बालहठ की वजह से हनुमान जी ने सूर्य को नहीं छोड़ा और इंद्रदेव ने रुष्ट होकर वज्र का प्रहार हनुमान जी पर कर दिया जिसके बाद हनुमान जी मूर्छित होकर धरती पर गिरने लगे तो पवनदेव ने उनको साथ लेकर गुफा में अंतर्धान हो गए जिसके परिणामसवरुप धरती पर तबाही मच गई और इस विनाश को रोकने के लिए सभी देव गण पवन देव से आग्रह किया और सबने मिलकर हनुमान जी को दिव्य शक्ति प्रदान की जिसके बाद हनुमान जी शक्तिशाली बन गए और हनुमान जी का नाम मारुती से हनुमान हो गया