आज के समय में जिंदगी में हर चीज बड़ी तेजी के साथ में चल रही है लेकिन लोगों की कमाई एक जगह पर रुकी हुई है। जो लोग कमाई कर भी रहे है तो वो इस बात से परेशान है की उनके पास में पैसा रुकता है नहीं है। इसलिए पैसे को जोड़ने के लिए सभी लोग कहीं ना कहीं पैसे को निवेश करते है ताकि आगे चलकर उनके पास में एक बड़ी रकम जमा हो सकते। कई लोग सोसाइटी भरते है तो कुछ लोग बैंक या फिर डाकघर की बचत योजनाओं में निवेश करते है।
अगर आप भी अपने आने वाले भविष्य के लिए कुछ रकम को जोड़ना चाहते है तो आपके लिए डाकघर की पीपीएफ स्कीम यानि की पब्लिक प्रोविडेंट फंड स्कीम काफी काम की साबित हो सकती है क्योंकि इसमें आप अणि छोटी छोटी बचत के जरिये एक दिन लाखों का फंड आसानी के साथ में एकत्रित कर सकते है। पब्लिक प्रोविडेंट फंड स्कीम में आपको ब्याज दर भी बाकि की बचत योजनाओं के मुकाबले में काफी अधिक मिलती है। चलिए आपको पीपीएफ स्कीम में कैसे निवेश करना है और कैसे आप इस स्कीम में अच्छा खासा रिटर्न ले सकते है इसलिए पूरी जानकारी देते है।
PPF Scheme में निवेश के नियम
आज के समय में पीपीएफ स्कीम में निवेश करना बहुत ही आसान है और आप किसी भी अधिकृत बैंक में जाकर या फिर डाकघर में जाकर के इस स्कीम में निवेश कर सकते है। निवेश करने के लिए सरकार की तरफ से इसमें एक साल में 1 हजार रूपए की न्यूनतम सिमा को निर्धारित किया हुआ हिअ तथा अधिकतम आप एक साल में इस स्कीम में 1 लाख 50 हजार रूपए का निवेश कर सकते है।
भारत का रहने वाला कोई भी निवासी इस स्कीम में निवेश कर सकता है तथा NRI भी इसमें निवेश कर सकते है। 10 साल से अधिक के बच्चे के नाम से भी इस स्कीम में खाता खुलवाकर निवेश किया जा सकता है। बच्चें के निवेश के बाद में जब उसकी आयु 18 वर्ष की होगी तो ही PPF स्कीम में जो ब्याज मिलता है उसका लाभ मिलेगा नहीं तो तब तक उस खाते पर सेविंग अकाउंट जितना ही ब्याज मिलेगा। NRI के लिए भी भारत सरकार की तरफ से नियम बदल गए है और उनको निवेश के बाद में ब्याज का लाभ अब 1 अक्टूबर से नहीं मिलेगा।
पीपीएफ स्कीम में इतना ब्याज मिलता है
आप डाकघर की पीपीएफ स्कीम में निवेश करो या फिर किसी भी बैंक की पीपीएफ स्कीम में निवेश करो सभी जगह पर आपको एक बराबर ही ब्याज दर मिलेगी क्योंकि इस स्कीम को भारत सरकार की तरफ से संचालित किया जाता है। मौजूदा समय में सरकार इसमें आपको 7.1 फीसदी सालाना ब्याज दर दी जा रही है और साथ में आपको कम्पाउंडिंग का लाभ भी इसमें निवेश के बाद में मिलने वाला है।
इस स्कीम का सबसे बड़ा लाभ आपको ये मिलता है की इस स्कीम में निवेश करने के बाद में आपको निवेश की सुरक्षा को लेकर चिंता नहीं करनी पड़ती क्योंकि जिस भी संस्था में आपने निवेश किया है उस संस्था के बंद होने पर भी आपका पैसा सुरक्षित रहता है। सकरार के द्वारा संस्था के बंद होने के बाद में आपके खाते को अपने आप ही दूसरी संस्था में भेज दिया जाता है। इसके अलावा आप भी अपने खाते को एक संस्था से दूसरी संस्था में लेकर जा सकते है। उदाहरण के लिए अगर आपने डाकघर में निवेश किया है तो आप अपने खाते को दूसरे किसी भी बैंक में आसानी के साथ में ट्रांसफर कर सकते है। इसके अलावा बैंक से डाकघर में भी ट्रांसफर कर सकते है।
35 रूपए की बचत से ऐसे करना है निवेश
पीपीएफ स्कीम में सालाना के हिसाब से निवेश करना होता है लेकिन इसमें ये भी शर्त है की आप एक साल में अधिकतम 12 किस्तों में अपने पैसे का भुगतान कर सकते है। इसका मतलब है की आप हर महीने निवेश कर सकते है। अब आप रोजाना अगर अपने 35 रूपए की बचत करके पैसे को जोड़कर हर महीने निवेश करेंगे तो आपका एक महीने में कुल निवेश 1050 रूपए का हो जायेगा।
अब हर महीने 1050 निवेश करने के बाद में आपका एक साल में कुल निवेश 12775 रूपए का होगा और 15 साल की अवधी के लिए आपको इस स्कीम में निवेश करना है। इसलिए ₹1,91,625 आपका 15 साल की अवधी में कुल निवेश होगा। इस पर आपको ब्याज और कम्पाउंडिंग के बाद में कुल रिटर्न आपको ₹3,46,476 का मिलेगा।