Best Breed Of Buffalo :
जैसा की आपको पता है की भारत एक कृषि प्रधान देश है ,इसमें बहुत से लोग कृषि कार्य करते है ,जिसमे उनको अच्छा मुनाफा मिलता है ,अच्छी और बढ़िया नस्ल के पशुओ में पशुपालको को अच्छा मुनाफा होता है। भारत में केवल 58 % भैंसे पाई जाती है। वैसे तो भैंसो की कई नस्ल होती है ,जो काफी अच्छी होती है ,और उनको दूध उत्पादन के लिए भी पाला जाता है। भारत का दूध उत्पादन में प्रथम स्थान है। वैसे भी दूध की मांग में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। किसानो को भैंस पालन में अधिक मुनफा मिलता है ,इसलिए बहुत से किसानो भैंस पालन व्यवसाय करते है ,और अच्छा मुनाफा भी कमाते है। आपको बता दे की 20 वी पशुगणना के अनुसार भैंस की आबादी 109.91 मिलियन है ,इस हिसाब से अधिक भैंस की संख्या उतर प्रदेश में मिलती है ,इसके बाद की बात करे तो राजस्थान ,मध्य्प्रदेश ,बिहार और गुजरात आदि प्रदेश में पाई जाती है।
अगर आप भी भैंस पालन करना चाहते है ,तो सबसे पह्ले भैंसो की नस्लों के बारे में जानकारी होने जरूरी है। बहुत से किसानो को यह जानना जरूरी होता है की भैंस की कोनसी नस्ल अधिक दुग्ध उत्पादन के लिए जानी जाती है। इसलिए आज हम आपको भैंसो की बढ़िया नस्लों के बारे में जानकारी देंगे ,आइये जानते है –
मुर्रा भैंस
आपको बता दे की विश्व में मुर्रा भैंस की नस्ल को दुधारू नस्ल के नाम से भी जाना जाता है। यह भैंस भारत के सभी हिस्सों में पाई जाती है ,यह नस्ल देखने में भी अच्छी होती है ,यानि इसके शरीर की बनावट अच्छी होती है ,आजकल दूध के साथ लोग भैंस के सींग ,और उसके शरीर की बनावट को भी देखकर पसंद करते है ,इसलिए यह भैंस अन्य भैंसो से शरीर बनावट में अच्छी दिखती है। इस भैंस को रंग काला होता है। और इसकी पूछ लम्बी होती है ,और इसके सींग छोटे और अंदर की और मुड़े हुए होते है। इस नस्ल की भैंस हरियाणा के रोहतक, हिसार व जींद और पंजाब के नाभा व पटियाला आदि जिलों में मुख्य रूप से पाई जाती है। यह भैंस 8 से 20 लीटर के आस – पास दूध देती है। इस भैंस की कीमत 50 हजार से 3 लाख के आस – पास मिलती है। इस नस्ल की भैंस का शरीर भी काफी मजबूत होता है ,और यह दूध उत्पादन के लिए भी जानी जाती है।
जाफराबादी भैंस
भैंस की यह नस्ल भी काफी बढ़िया होती है। जो भारत में मुख्य रूप से गुजरात के जाफराबाद क्षेत्र में मिलती है। इस नस्ल की भैंस भी काफी मजबूत होती है ,जिसको कृषि कार्यो और भारी बोझ खींचने के लिए भी अधिक उपयुक्त होती है। इस भैंस में मजबूत मांसपेशियों का निर्माण होता है। इस नस्ल की भैंस के चेहरे पर या शरीर पर सफेद निशान भी मिलते है। यह भैंस मुर्रा भैंस की नस्ल से दूध उत्पादन में कम होती है। इस भैंस के शरीर की बनावट भी सुदृढ़ होती है ,और इसकी कीमत 30000 से लेकर 1.5 लाख रुपए तक पाई जाती है। जाफराबादी नस्ल भैंस के दूध में 7 से 8 % वसा की मात्रा मिलती है।
मेहसाना भैंस
मेहसाना नस्ल की भैंस भी दूध उत्पादन के लिए काफी प्रसिद्ध है ,और यह नस्ल गुजरात के मेहसाणा जिले में मुख्य रूप से पाई जाती है। यह नस्ल गुजरात के अलावा राजस्थान ,महाराष्ट और हरियाणा में भी मिलती है। इस भैंस की बनावट कुछ मुर्रा भैंस में मिलती है ,इसकी शरीर मुर्रा से बड़ा होता है ,लेकिन फिर भी इसमें वजन कम मिलता है। यह शांत स्वभाव के नस्ल होती है। और इसके दूध में 7 % वसा की मात्रा मिलती है। यह नस्ल 5 से 10 लीटर दूध देती है। इसकी कीमत 50000 से 1.3 लाख
के आस – पास मिलती है।
नागपुरी भैंस
नागपुरी नस्ल भैंस की उत्पति महाराष्ट के नागपुर जिले में हुई ऐसा माना जाता है। यह नस्ल उष्ण कटिबंध जलवायु में भी रह सकती है। इस नस्ल की भैंस को अधिक दूध उत्पादन के लिए भी पाला जाता है। लेकिन यह नस्ल कुछ भैंस की तुलना में कम मात्रा में दूध देती है। इसका शरीर सुगठित और मांसल होता है। यह भैंस प्रतिदिन 5 – 7 लीटर दूध देती है। इन भैंसो को स्थानीय खपत और छोटे पैमाने पर डेयरी उत्पादन के लिए पाला जाता है। इसकी कीमत 30000 से 90000 तक पाई जाती है।
भदावरी भैंस
इस नस्ल की भैंस मुख्य रूप से भारत के उत्तर प्रदेश के आगरा और इटावा जिलों में मिलती है। यह प्रतिदिन 6 से 10 लीटर दूध देती है ,और इसके दूध में वसा अधिक मिलती है यानि भरपूर मात्रा में पाई जाती है। इसका आकर मध्यम होता है ,और शरीर मजबूत होता है। यह नस्ल उच्च तापमान में भी रह सकती है। यह नस्ल जल भैंस की नस्ल होती है। इस नस्ल के सींग के साथ – साथ कोणीय चेहरा भी होता है ,इनके लिए गर्म और शुष्क जलवायु अनुकूल होती है। इस भैंस की कीमत 50000 से 1.3 लाख तक होती है।