हरियाणा राज्य में बारिश एवं ओलावृष्टि के चलते किसानो को फसलों में काफी नुकसान हुआ है। और इसके लिए सरकार ने 15 मार्च तक किसानो को फसल बीमा पोर्टल पर खेतो में हुए नुकसान की जानकारी देने को कहा है। हरियाणा राज्य के कई जिलों में ओलावृष्टि के चलते काफी नुकसान हुआ है। किसानो को फसलों के साथ साथ सब्जी के खेती में भी नुकसान हुआ है। सोनीपत एवं खरखौदा गाँवो में ओलावृष्टि के चलते सर्वाधिक नुकसान देखने को मिला है। इसके लिए सरकार जरुरी कदम उठा रही है। वही पर किसानो को 15 मार्च तक पोर्टल पर जानकारी देने को कहा गया है।
किसानो के साथ खड़ी है सरकार
सरकार किसानो को खेती में हो रहे प्राकृतिक रूप से नुकसान के चलते साथ खड़ी है। उनको नुकसान की भरपाई के लिए सर्वे एवं मुआवजा राशि जारी की जाती रही है। और प्रदेश में पीएम फसल बीमा योजना के तहत भी किसानो में जागरूकता आई है। साल 2023 से 2024 के दौरान इस योजना के तहत पंजीकरण की संख्या में अच्छा ख़ासा इजाफा देखने को मिला है।
पांच एकड़ की शर्त को हटाया
सरकार ने किसानो को फसल में हुए नुकसान की जानकारी मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल के जरिये मांगी जा रही है। 15 मार्च तक हरियाणा राज्य के किसानो को फसलों में हुए नुकसान की जानकारी अपलोड करनी है। हालाँकि सरकार ने पांच एकड़ प्रति किसान के दावे की शर्त को हटा दिया गया है। जिन किसानो के 5 एकड़ से अधिक खेतो में नुकसान हुआ था वो लोग जानकारी दर्ज नहीं करवा पा रहे थे। ऐसे में इस नियम को फ़िलहाल हटाया गया है। हरियाणा के किसान https://ekshatipurti.haryana.gov.in वेबसाइट के जरिये फसल में हुए नुकसान का ब्यौरा दे सकते है। 15 मार्च तक पोर्टल ओपन किया गया है।
इन क्षेत्रों में हुआ नुकसान
हरियाणा राज्य के हिसार, भिवानी, सोनीपत, कुरुक्षेत्र, अम्बाला सहित अन्य कुछ जिलों में ओलावृष्टि के चलते काफी नुकसान हुआ है। गेहू , सरसो के साथ साथ सब्जी की फसल में भी किसानो को भारी नुकसान हुआ है। जिन किसानो का ब्यौरा इस पोर्टल पर दर्ज है। उनको ही मुवावजा राशि जारी की जाएगी।