LPG CYLINDER PRICE: जम्मू-कश्मीर से कन्याकुमारी तक घरेलू सिलेंडर की बढ़ती कीमतें अमीर और गरीब दोनों को बुरी तरफ से परेशान कर रही है। एलपीजी सिलेंडर (LPG cylinder prices) के दाम अनियंत्रित होने के कारण ग्रामीण इलाकों और शहरों में रहने वाले आर्थिक रूप से कमजोर लोग मिट्टी के चूल्हे (earthen stoves) का इस्तेमाल करने लगे हैं। हालत ये है की सिलेंडर खरीदना अब उनके बस के बाहर की बात हो गई है।
इसी बीच सरकार एक ऐसी योजना शुरू करने वाली है जिससे आप बेहद कम कीमत में सिलेंडर प्राप्त कर सकेंगे। आप सोचने पर मजबूर हो जाएंगे क्योंकि आपको इतनी कम कीमत में सिलेंडर (LPG cylinder prices) मिल जाएगा। आप 500 रुपये में घरेलू एलपीजी सिलेंडर (LPG cylinder prices) खरीद सकते हैं और इसे घर ला सकते हैं, लेकिन कई महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना होगा। इसलिए आपके लिए ये एक सुनहरे मौके से काम नहीं है।
इन लोगों को मिलेगा 500 रूपए वाला सिलेंडर
एलपीजी सिलेंडर का बाजार मूल्य वर्तमान में 1150 रुपये है, जिसे खरीदने के लिए लोगों को अपने दांत चबाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। यदि आप गैस सिलेंडर (LPG cylinder prices) खरीदने पर विचार कर रहे हैं, तो आपको केवल 500 रुपये खर्च करने होंगे। बीपीएल और पीएम उज्ज्वला योजनाओं के लाभार्थियों (Beneficiaries of BPL and PM Ujjwala schemes) को यह सिलेंडर मिलेगा। सरकार इन योजना के लाभार्थियों को सस्ते में गैस सिलेंडर देने जा रही है।
आवेदन करने के लिए आपको राजस्थान का निवासी होना चाहिए। राजस्थान प्रशासन ने यह महत्वपूर्ण घोषणा आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर की है। सरकार के अनुमान के मुताबिक, हर साल 500 रुपये की सब्सिडी के साथ 12 गैस सिलेंडर (LPG cylinder prices) की आपूर्ति की जाएगी। नतीजतन, आप लगभग 6,000 रुपये बचा लेंगे। राजस्थान राज्य के निवासियोंके (residents of Rajasthan state) लिए ये एक अच्छी खबर है। चाहे चुनाव के चलते ही ऐसा किया हो लेकिन आम जनता को कुछ न कुछ राहत जरूर मिलेगी।
सरकार ने दे दी मंजूरी
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot) ने जरूरतमंदों की मदद के लिए शुरू की गई एक योजना को अपनी मंजूरी दे दी है। सरकार ने इसके लिए 750 करोड़ रुपये का बजट भी मंजूर किया है, जिससे लोगों के चेहरे खिले हैं. इसका कारण यह है कि यह महंगाई के मामले में किसी बूस्टर डोज से कम नहीं होगा। इससे करीब 76 लाख राजस्थानी परिवारों को लाभ होने का अनुमान है।