धान की फसल को लेकर किसानो को काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ता है और कई बार बारिश के कम होने से धान के उत्पादन पर भी असर होता है लेकिन अब किसानो के लिए अच्छी खबर है उनकी परेशानी खत्म होने वाली है
वैज्ञानिको ने धान की एक ऐसी वैरायटी तैयार की है जो 115 दिनों में लगभग तैयार हो जाती है और इसका उत्पादन भी काफी अच्छा मिलता है
BHU और अंतर्राष्टीय चावल अनुसंधान संस्थान ने मिलकर इस किस्म को तैयार किया है इस किस्म को ‘मालवीय मनीला सिंचित धान-1’ नाम दिया गया है बनारस हिन्दू विश्वविधयालय के कृषि वैज्ञानिक श्रवण कुमार सिंह और उनकी टीम की 15 साल के मेहनत इसके पीछे है
ये किस्म 115 से 118 दिन में पककर तैयार हो जाती है और इससे प्रति हेक्टेयर 55 से 64 का उत्पादन लिया जा सकता है इस किस्म में दाने पतले और लम्बे होते है ये बासमती की किस्म नहीं है फिर भी इसके दाने बासमती की तरह ही लगते है
इस किस्म की लांचिंग जोरहाट के कृषि अनुसन्धान केंद्र ICAR में की गई है किसानो को ये किस्म अगले साल तक बिहार, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा के लिए उपलब्ध हो जाएगी