रेवाड़ी में भरी संख्या में आस पास के किसान अपनी सरसों को ट्रेक्टर ट्रॉलियों में भरकर अनाज मंडी पहुंच रहे है। दो दिन के लिए हो रही सरकारी खरीद में हर कोई टोकन के लिए लाइन में जद्दोजहद करता नजर आया। अनाज मंडी के बाहर किसानो की लम्बी कतारें इस बात का संकेत कर रही है की किसान लम्बे समय से इस दिन का इन्तजार कर रहे थे। जैसे ही सरकारी खरीद शुरू हुए वैसे ही किसान दूर दराज से रात भर चलकर मंडी में पहुँच रहे है।
बहुत से किसान तो ऐसे तो जो वीरवार की रात को ही मंडी के बाहर आकर अगले दिन का इन्जार करते नजर आये। आपको बता दें की रेवाड़ी में सरकार की तरफ से सरसों की सरकारी खरीद के लिए दो दिन का समय दिया था। लेकिन किसानो की संख्या ज्यादा होने के कारण कुछ किसान इस अवधि को आगे बढ़ने के लिए विरोध करते भी नजर आये।
मंडी के गेट पर टोकन के लिए किसानो की दो दो कतारें लग गई और हर कोई चाह रहा था की उसका पहले नंबर आ जाये। इस चक्कर में बहुत भारी संख्या में लोगों का हुजूम गेट के पास एकत्रित हो गया जिससे बहुत से लोगों को परेशानी का भी सामना करना पड़ा। इसके लिए स्थानीय पुलिस बल भी अपनी तरफ से पूरी कोशिश में लगा रहा की स्थानीय लोगों को इस भारी जाम के चलते किसी तरफ की कोई परेशानी ना हो।
टोकन के लिए कर्मचारी सुबह 7 बजे ही मंडी पहुँच गए थे लेकिन उनके पहुँचने से पहले ही हजारों लोगों की भारी भीड़ वहां पर रात भर से मौजूद थी। टोकन में इस बार बदलवा करके ये निर्धारित किया गया की 7 पुरुषों के टोकन काटने के बाद एक महिला का टोकन काटा जायेगा। खरीद की प्रक्रिया देर रात तक मंडी में चलती रही। जो किसान अपनी सरसों को लेकर पहले मंडी में आये थे उनकी सरसों को पहले खरीदा गया।
दो दिन की सरकारी खरीद की घोषणा के बाद बहुत से किसान इसका विरोध करते भी नजर आये और वे लोग इस खरीद को 15 मई तक बढ़ने की मांग करते रहे। इस मांग को लेकर किसान मोर्चा के लोग और आल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के जिला प्रधान रामकुमार निमोठ ,एवम जय किसान आंदोलन के जिला प्रधान पृथ्वी सिंह के नेतृत्व में किसानो ने भारी बल के साथ धरना-प्रदर्शन किया। इसको लेकर इन सभी के मार्किट कमिटी के सचिव से बात की और इस खरीद की अवधि को आगे कुछ दिनों के लिए बढ़ने की मांग भी की।