व्रत में सेंधा नमक क्यों इस्तेमाल किया जाता है, साधारण नमक क्यों नहीं खाते, देखिये इसके पीछे का सच

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Rock Salt – Common Salt – नमक एक ऐसी चीज है जिसका सेवन हर कोई करता है और बिना इसके जिंदगी अधूरी सी लगती है। आप खाना खा रहे हैं और अगर उस खाने में नमक न हो तो उसका स्वाद बिलकुल खराब हो जाता है और आप बिलकुल भी उसे खाना पसंद नहीं करेंगे। समुद्र में पाया जाने वाला या फिर समुद्री पानी से बनाने वाले नमक को हम हर रोज खाना बनाने में इस्तेमाल करते है और ऐसी नमक को हम साधारण नमक के नाम से जानते है।

लेकिन आपने देखा होगा की व्रत (Fasting) में सेंधा नमक (Rock Salt) का प्रयोग किया जाता है और इसका कारन यही है की इसको शुद्ध माना जाता है। लेकिन आखिर क्यों सेंधा नमक (Rock Salt) को सुद्ध माना जाता है और साधारण नमक जो समुद्री पानी से बनता है उसको असुद्ध माना जाता है। बने रहिये इस आर्टिकल में आखिर तक हम आपको डिटेल में बताएँगे।

साधारण नमक को कैसे बनाया जाता है? – How to make common salt?

सबसे पहले आपको बताते है की आखिर साधारण नमक (Common Salt) कैसे बनता है उसके बाद आपको आगे की कहानी बताएँगे। ये जरुरी भी है क्योंकि तभी आपको एक्चुअल चीजें समझने में फायदा मिलेगा। दरअसल, समुद्र के पानी (Sea Water) से नियमित नमक बनाया जाता है जिसको आप और हम रोजाना खाने में इस्तेमाल करते हैं। इसे तैयार करने के लिए समुद्र के पानी को उथले तालाबों में इकट्ठा किया जाता है। 8 से 10 दिनों में, तेज धूप में अधिकांश पानी वाष्पित हो जाता है और पानी उड़ जाता है।

इसके बाद उस तालाब की तली में केवल नमक रह जाता है। इसे सौर नमक उत्पादन कहा जाता है लेकिन ऐसा नहीं है की यहीं से सीधा आपको खाने को मिल जाता है। नमक का सेवन करने से पहले उसे कई बार रिफाइंड किया जाना चाहिए और ऐसा करने से इसके पोषक तत्व समाप्त हो जाते हैं और इसे उपवास के लिए शुद्ध नहीं माना जाता है। तो ये तो हो गई साधारण नमक की बात। अब सेंधा नमक (Rock Salt) के बारे में जानते है।

सेंधा नमक कैसे बनाया जाता है? – How is rock salt made?

सेंधा नमक (Rock Salt) एक ऐसा नमक है जो प्राकृतिक रूप से प्राप्त होता है यानि की इसको इंसानो के द्वारा नहीं बनाया जाता। इसे हिमालय में पाए जाने वाले गुलाबी पत्थरों को पीसकर बनाया गया है। इसे अक्सर सेंधा नमक (Rock Salt) या पहाड़ी नमक के रूप में जाना जाता है। क्योंकि सेंधा नमक तैयार करने के लिए किसी छानने या शोधन की आवश्यकता नहीं होती है, सभी खनिज बरकरार रहते हैं। यही कारन है की यह नमक शुद्ध माना जाता है क्योंकि इसे जैविक रूप से प्राप्त किया गया था। इसे तैयार करने के लिए किसी रिफाइनिंग प्रक्रिया की जरूरत नहीं है। इसलिए व्रत के समय इस नमक को ही इस्तेमाल किया जाता है।

लेकिन शुद्ध होने के साथ ही इस नमक में एक चीज है जो गायब है और वो है आयोडीन (Iodine)। यानि की इस नमक को लगातार अगर आप खाते है तो आपको इससे आयोडीन की पूर्ति नहीं हो सकती। डॉक्टर इस नमक के साथ साथ कुछ मात्रा में साधारण नमक भी खाने के लिए कहते है ताकि शरीर में आयोडीन (Iodine) की मात्रा पूरी हो सके।

तो अब आपको समझ में आ गया होगा की आखिर क्यों व्रत के समय हमेशा सेंधा नमक का ही इस्तेमाल किया जाता है। अगर आपको ये आर्टिकल पसंद आया हो तो इसको अपने परिवार और दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।

Chirag Yadav

Farming or Business ke topic likhne me pakad achchi khasi hai or detail me likh leta hun. Khabron par har samay najar rahti hai esliye sahi samay par aapko har khabar dene ki kaushish rahti hai. ummid hai ye kaushish aage bhi jaari rahegi.

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