देश में सरसो का अच्छा उत्पादन हुआ है और इंटरनेशनल मार्किट में खाद्य तेल में मंदी के चलते सरसो के तेल के भाव भी प्रभावित हुए , इस साल सरसो का तेल 110 रु प्रति किलो के भाव से बिक रहा है वही पर पिछले साल के आंकड़े देखे तो सरसो के भाव 150 रु तक पहुंच चुके थे
सरसो तेल प्लांट संचालको के मुताबिक देश में सरसो का अच्छा उत्पादन होने से मंडियों में नियमित रूप से सरसो की आवक हो रही है और इससे सरसो के भाव पर असर हुआ है देश में सरसो का औसतन भाव 4700 से 4900 रु के लगभग चल रहा है किसानो ने सरसो के भाव नहीं मिलने से सरसो को घर में स्टॉक कर लिया है
सिरसा | 4788/ रु प्रति कुंतल औसत भाव |
हिसार | 5000/ रु प्रति कुंतल औसत भाव |
आदमपुर | 4910/ रु प्रति कुंतल औसत भाव |
श्रीगंगानगर | 4865/ रु प्रति कुंतल औसत भाव |
रेवाडी | 4970/ रु प्रति कुंतल औसत भाव |
चिडावा | 4990/ रु प्रति कुंतल औसत भाव |
जोधपुर | 4930/ रु प्रति कुंतल औसत भाव |
मेड़ता | 4868/ रु प्रति कुंतल औसत भाव |
मुंबई | 5600/ रु प्रति कुंतल औसत भाव |
चंपारण | 5915/ रु प्रति कुंतल औसत भाव |
जयपुर | 4680/ रु प्रति कुंतल औसत भाव |
जोधपुर | 4930/ रु प्रति कुंतल औसत भाव |
बरेली | 4628/ रु प्रति कुंतल औसत भाव |
इटावा | 4618/ रु प्रति कुंतल औसत भाव |
सरसो में आगे क्या हो सकता है
सरकार की तरफ से खाद्य तेल के आयत पर शुल्क में ढील दी गई है जिसके कारण कम कीमत पर विदेशी तेल आयत हो रहे है अब विदेशी खाद्य तेल और सरसो तेल के दाम एक स्तर पर आ चुके है और ऐसे में नहीं लगता की सरसो के भाव में और गिरावट आएगी लेकिन विदेशी बाजारों में यदि भाव कमजोर होते है तो इसका असर घरेलु बाजारों में देखने के लिए मिल सकता है आगामी समय में सरसो के भाव 6000 तक पहुंच सकते है इसकी संभावना काफी कम है क्योकि फ़िलहाल मार्किट में जो हलचल चल रही है उसके हिसाब से तो बिलकुल भी नहीं लगता की सरसो में अधिक तेजी आने की उम्मीद है
ये सभी भाव सार्वजनिक स्रोत से लिए गए है भाव में बदलाव हो सकते है व्यापारी अपने विवेक से काम ले