Salary Account Saving Account: अगर आपका एसबीआई, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई जैसे किसी भी बैंक में सैलरी अकाउंट (Salary Account) है तो फिर आपकी मौज ही मौज है क्योंकि इस खाते पर बहुत सी सुविधा बैंकों के द्वारा आपको दी जाती हैलेकिन आपसे बताता कोई नहीं है। कोई बताता नहीं इसलिए सैलरी अकाउंट (Salary Account) वाले कोई भी कर्मचारी इन सुविधाओं का लाभ नहीं ले पाता। इस आर्टिकल में आपको सैलरी अकाउंट (Salary Account) पर मिलने वाली सभी सुविधाओं के बारे में डिटेल में बताने वाले हैं।
लेकिन सभी सुविधाएँ आपको बताएं उससे पहले आपको सैलरी अकाउंट (Salary Account) और सेविंग अकाउंट (Saving Account) के बीच का अंतर पता होना चाहिए। जिनकी कंपनी टाई-अप करके बैंक में खाता खोलती है और उस खाते में हर महीने वेतन, बोनस ट्रांसफर किया जाता है, उसे वेतन खाता कहा जाता है।
इस सैलरी अकाउंट (Salary Account) के कई फायदे हैं। एक नियमित बचत खाता यानि की सेविंग अकाउंट अलग होता है। इसमें सैलरी अकाउंट जैसा बेनिफिट नहीं मिलता है। अब आगे जानिए अगर आपके पास सैलरी अकाउंट है तो बैंक क्या ऑफर करते हैं और क्या क्या लाभ आपको मिलते हैं। इन सब सुविधाओं के बारे में वो आपको इसलिए नहीं बताते क्योंकि सैलरी अकाउंट (Salary Account) के फायदे सिर्फ 10 फीसदी लोग ही जानते हैं। तो देखिये की सैलरी अकाउंट के क्या क्या फायदे मिलते हैं।
सैलरी अकाउंट का सबसे बड़ा फायदा
सैलरी अकाउंट जीरो बैलेंस की सुविधा देता है। सैलरी अकाउंट (Salary Account) में मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने की जरूरत नहीं है। नियमित खाते यानि सेविंग अकाउंट में न्यूनतम शेष राशि (Minimum Account Balance) नहीं होने पर जुर्माना लगाया जाता है।
एटीएम शुल्क नहीं लगता
वेतन खाताधारकों पर कोई शुल्क नहीं लगता है चाहे वे महीने में कितनी बार भी एटीएम से पैसा निकालते हों। इसके साथ ही अगर आपके पास सैलरी अकाउंट (Salary Account) है तो बैंक सालाना एटीएम चार्ज नहीं लेते हैं। लेकिन बचत के मामले में अगर आप पांच बार से ज्यादा निकासी करते हैं तो आपको शुल्क और सालाना शुल्क भी देना होता है।
ऋण की सुविधा मिलती है
वेतन खातों पर पर्सनल लोन पर विशेष ऑफर भी उपलब्ध हैं। इसके अलावा कई प्री-अप्रूव्ड लोन भी मिलते हैं। होम (Home Loan) और ऑटो लोन (Auto Loan) के लिए विशेष ऑफर उपलब्ध हैं। बचत खाते (Saving Account) पर 1760 दस्तावेज भी दे दें तो भी कर्ज लेने में दिक्कत होती है। ब्याज भी अधिक वसूला जाता है।
पासबुक, चेकबुक, ओवरड्राफ्ट की सुविधा
सैलरी अकाउंट पर ओवरड्राफ्ट की सुविधा मिलती है. यह सुविधा 2 वर्ष या उससे अधिक की अवधि वाले खातों पर उपलब्ध है। इस सुविधा के तहत आप एक निश्चित सीमा तक पैसा निकाल सकते हैं, भले ही आपके बैंक खाते में बैलेंस न हो। कई बैंक अपने वेतन खाताधारकों को मुफ्त चेकबुक (Free Checque Book), पासबुक और ई-स्टेटमेंट की सुविधा देते हैं। वहीं, एसएमएस अलर्ट (Atm Alert) के लिए कोई शुल्क नहीं काटा जाता है।
मुफ्त बीमा की सुविधा भी मिलती है
वेतन खाते के मामले में खाताधारकों को बैंकों से 20 लाख रुपये तक का व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा मिलता है। कुछ बैंक अपने ग्राहकों को सैलरी अकाउंट (Salary Account) पर फ्री ऑनलाइन ट्रांजैक्शन की सुविधा देते हैं। इसके तहत एनईएफटी और आरटीजीएस की सुविधा आम तौर पर मुफ्त होती है। कई बैंक सैलरी अकाउंट पर IMPS की सुविधा भी देते हैं। उपरोक्त सभी सुविधाएं इन बैंकों के अनुसार कम या रियायती दरों पर उपलब्ध हैं। इसके लिए आपको अपनी कंपनी के साथियों, बैंकों से पूछताछ करनी चाहिए।