Weather Forecast: आपने ऐसा पहले शायद की कभी देखा हो जब मई महीने में कोहरा हो गया हो, मौसम ठंडा हो और रोजाना बारिश आये। लेकिन इस बार ऐसा हो रहा है। इसका मतलब प्रकृति के नियमों में बदलाव होने लग रहे है और इसका जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ इंसान है क्योंकि इंसानो ने प्रकृति के नियमों के खिलाफ जाकर पूरी प्रक्रिया को तहस नहस कर दिया है।
जहां मई के महीने में गर्मी होनी चाहिए वहीँ अबकी बार बारिश ने लोगों को परेशान कर रखा है। रोजाना मौसम अपने अलग अलग रंग सामने लेकर आ रहा है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में लगातार बारिश होने से मौसम बिलकुल ठंडा हो चूका है। मौसम विभाग की तरफ से एक बार फिर से अलर्ट जारी किया गया है।
मोचा की रफ़्तार बढ़ रही है।
केवल दिल्ली ही नहीं बल्कि पुरे उत्तर भारत में इस समय झमाझम बारिश हो रही है। इस बार लू नहीं चली और उसकी जगह बारिश चल रही है। मौसम विभाग के अनुसार चक्रवाती तूफ़ान मोचा आने वाले दिनों में तबाही मचा सकता है। चक्रवाती तूफान मोचा की आगे बढ़ने की रफ़्तार पर ब्रेक नहीं लगने से पुरे जोर के साथ आगे बढ़ रहा है। 16 मई तक इसकी तफ्तार और भी अधिक बढ़ने की सम्भावना है। इसको लेकर मौसम विभाग भी काफी चिंतित है और कई राज्यों के लिए चेतावनी भी जारी की गई है।
बदलेगा मौसम का मिजाज।
चक्रवाती तूफान मोचा 16 मई तक बंगाल की कड़ी का पूर्वी और मध्य का हिस्सा कवर कर लेगा और इसके कारण तेज आंधी के साथ साथ भारी बारिश भी देखने को मिलेगी। रिहाइशी इलाकों में इससे भारी तबाही हो सकती है। चक्रवाती तूफान मोचा के चलते पेड़ और बिजली के खम्बों के गिरने की आशंका है जिसके चलते लोगों को परेशानी झेलनी पड़ सकती है।
इन राज्यों के लिए IMD ने जारी किया अलर्ट
IMD की तरफ से आंध्र प्रदेश, बिहार, पंजाब, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, केरल, कर्नाटक के दक्षिणी भाग, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, असम, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय में भारी बारिश और तूफ़ान की सम्भावना मौसम विभाग की तरफ से जताई जा रही है। चक्रवाती तूफान मोचा के कारण इन राज्यों में भारी बारिश से जन जीवन को नुकशान हो सकता है।
16 और 17 मई को अरुणाचल प्रदेश के साथ साथ उत्तराखंड के तमाम हिस्सों में तेज बारिश और ओलावृष्टि की सम्भाना जताई जा रही है। इसके अलावा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में भी बारिश के साथ तेज हवाओं से दिनचर्या में एक बार ब्रेक लग सकता है। दिन भर में बादल छाये रहेंगे और जैसे जैसे चक्रवाती तूफान मोचा आगे बढ़ेगा तो इसके और भी अलग अलग परिणाम देखने को मिल सकते है।